Attitude Dushmani Shayari in Hindi | एटीट्यूड दुश्मनी शायरी
Attitude Dushmani Shayari उन लोगों के लिए है जो अपनी शर्तों पर जीते हैं और दुश्मनों को करारा जवाब देना जानते हैं। यह शायरी एटीट्यूड, हिम्मत और बेखौफ अंदाज़ को दिखाती है। तो चलिए, चलते हैं इस शायरी के सफर में और खो जाते हैं इस शायरी की दुनिया में।
दुश्मनी का इरादा बदल ले
मेरे हौसले को पहचान ले,
हम हर वार सहकर आगे बढ़े
मेरे सब्र का इम्तेहान ना ले।
मेरे सब्र का इम्तिहान न लिया कर
हम दुश्मनी सब से निभाया नहीं करते है,
दुश्मनी में तू खुद ही मिट जाएगा
इरादों को यूं आजमा नहीं करते है।
दुश्मनी निभानी है तो खुलेआम कर,
छुपकर वार करना मेरी फितरत का किस्सा नहीं,
हम वो हैं जो आग में खेलते हैं
तेरे जैसे हमारी कहानी का हिस्सा नहीं।
दुश्मनी में भी हम ईमानदार है
वार को सामने से सहते हैं,
पीठ पीछे वार करने वालों को
हम नज़रों से गिरा देते है।
दुश्मनी जिनसे होती है
उसकी पहचान मिटा देते है,
हम जीतते है अपनी शर्तों पर
दुश्मन को शिकस्त ज़रूर देते है।
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दुश्मनों से तू क्यों डरता है
उसको अंजाम उसका बता देंगे,
कोई हमसे लड़ के तो देखे
हम क्या चीज़ है उसको दिखा देंगे।
तेरे जैसे बहुत आए है हमको गिराने को
तेरी दुश्मनी से हमें फर्क नहीं पड़ता,
हमने आज़मा के देखा है कई लोगों को
हम वहां राज करते हैं जहां तू है डरता।
दुश्मनी में भी शराफत कायम रखते हैं
वार हद में रह कर करते हैं,
जलने वाले जलते रहें खुद में में
हम दुश्मनी अपने अंदाज में करते हैं।
तेरी दुश्मनी का डर हमें क्या होगा
हमारा एक वार ही काफी होगा,
तेरे जैसे हजारों आए और चले गए
तू रुक तेरा हिसाब मुझसे बाकी होगा।
दुश्मनी निभानी है तो बराबरी में आ
वरना नाम सुनकर ही डर जाएगा,
हमारा नाम सुनता तो मैदान में आ आता
हमारे नाम से ही तू अपनी औकात जान जाएगा।
हमसे दुश्मनी में फायदा नहीं तेरा
हर कदम पर लिखी हार है,
हम हैं जो बाजी पलट दें
मेरे आगे तेरा हर वार बेकार है।
दुश्मनी भी सोच समझकर करना
हमसे टकराने का अंजाम बुरा होगा,
तेरी चालों को पहले ही समझ लेते हैं
तेरा हर पैंतरा धरा का धरा होगा।
दुश्मनी अगर करनी है तो दिल से कर
वरना नफरत में भी हम वफादार निकलते हैं,
हमारी नज़रे ही काफी हैं गिराने को
हम वार करने से पहले ही लोगों को तबाह करते है।
तेरी सोच से आगे चलते हैं हम
दुश्मनी में भी अपना अहसास कराते है,
हर वार को मुस्कान में टाल देते हैं
भूल जाए दुश्मन तो उसकी औकात याद दिलाते हैं।
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हमसे टकराना तेरे बस की बात नहीं,
हमारे हौसले की कोई रोके औकात नहीं,
हम वहां भी जीत जाते हैं जहां उम्मीद नहीं
हमारा एटीट्यूट संभालना सब के बस की बात नहीं।
मरने का का शौक है तो आ
हमसे टकराना आसान नहीं ये जान लेना,
पर ये समझ ले अच्छे से
दुश्मनी करने से पहले अंजाम जान लेना।
हर ग़म तेरा मिट जाएगा
जब तू मेरा दोस्त कहलाएगा,
अगर तू बना रहा मेरा दुश्मन
तू एक दिन तबाह हो जाएगा।
दुश्मनी में भी हम शराफत नहीं छोड़ते
जरूरत पड़े तो औकात उनकी दिखा देते हैं,
हम यूं तो कुछ बोलते नहीं है
बोले तो निकले लफ्ज़ दिलो में आग लगा देते है।
दुश्मनी में भी हम हुनर दिखा जाते हैं
हर वार को मुस्कान में छुपा जाते हैं,
हमें गिराने का ख्वाब मत देखना
हम अपनी राहें खुद बनाते है।
तेरी चालों से हमें फर्क नहीं पड़ता
हमारी खामोशी ही तुझे डरा देगी,
दुश्मनी में भी अपना रुतबा कायम रखते हैं
हमारी खामोशी ही तुझे तेरी सज़ा देगी।
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