Family Sad Shayari | फैमिली सैड शायरी

Family Sad Shayari उन जज़्बातों को बयां करती है जो परिवार के टूटने या दूरियों से दिल में आते हैं। ये शायरी रिश्तों की गहराई और दर्द को खूबसूरती से बयान करती है। पढ़िए, महसूस कीजिए और शेयर करें ये खास शायरी। तो चलिए चलते हैं इस दिल के सफर पर।

अपने भी नहीं पहचानते
कदर सिर्फ पैसे की होती है,
बात बात में टूटते है रिश्ते
हर रिश्ते की नींव झूठी होती है।

दीवारें खड़ी हो जाती है
लोग दूर निकल जाते है,
जब तक हाथ पकड़ने की सोचो
अपने भी बदल जाते है।

Family में प्यार नहीं
हर बात में तकरार हो जाती है,
कोई सुनता नहीं एक दूसरे की
बहस हर बार हो जाती है।

घर अपना नहीं लगता
परिवार का साया डराने लगा है,
जिस आंगन में खेले थे दो भाई
वो ही हमे सताने लगा है।

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चेहरे पे मुस्कान छुपाते हैं
दर्द को दिल में बसाते है
रिश्तों दिखावे के है दुनिया में
अपने परिवार के लोग ही डराते है।

घर में वो बात कहां
कभी लोग प्यार निभाते थे,
अब है बस मतलब के रिश्ते
फैमिली के लोग ही धोखा दे जाते है।

जो साथ थे कल तक
आज वो भी पराए है,
रिश्तों की इस दुनिया में
परिवार के लोग ही काले साए है।

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फैमिली लोगों से होती है
दिलो में प्यार समाती है,
जब अपने ही हो दुश्मन
दिलो का सुकून ले जाती है।

रिश्तों की इस भीड़ में,
अपना कोई ना मिला,
कैसे करे फिर हम
औरों से कोई गिला।

परिवार की भीड़ में
अकेलापन सा लगता है,
हर शख़्स दिखता है पराया
दिल अपना कहने से डरता है।

अपनी ही Family में
पराए जैसा व्यहवार है,
दर्द क्यों देते है अपने
क्या यही अपनो का प्यार है।

जिनके साथ हंसते
जो कभी अपना बताते,
अपने परिवार के लोग ही
अब मुझे गैर है बताते।

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अपनों से अब दूरी है
अब कोई हाल नहीं बताता,
बात करो परिवार से तो
बड़ा भाई ही मुंह मोड़ जाता।

अपने ही जब सवाल करें
दिल में ज़ख्म उभर आते हैं,
जो दर्द बता नहीं सकते किसी से
आंखों से आंसू बनकर बह जाते हैं।

अपनी ही Family ने
मुझे रुलाया बहुत है,
जिसको अपना समझा,
उसने चोट पहुंचाया बहुत है।

हर कोना खाली है
सबकी यादें भरी है,
परिवार में है लड़ाई
तन्हाई की मार पड़ी है।

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हर कदम सफल हो जाऊं
अगर फैमिली मेरी साथ दे जाए,
कुछ अच्छा करने की सोचूं कैसे
अपने ही लोग जब दिल दुखाए।

रिश्ते अब बोझ लगे
रात भर जागता हु,
परिवार में है बस ताने
ऑफिस जाने की राह ताकता हुं।

प्यार कहीं भी नहीं
हर तरफ बस दिखावा है,
फैमिली के नाम पे
सुकून मैने अपना गवाया है।

घर परिवार से होता है
रिश्ता किसी को नहीं निभाना है,
दिनभर थक के आओ घर
तो लड़कर सो जाना है।

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