Instagram Sad Shayari | इंस्टाग्राम सैड शायरी

Instagram Sad Shayari उन फीलिंग्स का कलेक्शन है जो हर शायरी में दर्द, तन्हाई और जज़्बातों की गहराई से भरी हुई होती हैं। यह आपके इंस्टा पोस्ट को खास बना देगी। पढ़िए, महसूस कीजिए और शेयर कीजिए ये दिल छू जाने वाली शायरी। तो चलिए, इस खास सफर पर चलते हैं।

दिल नादान है
एक दिन समझ जाएगा,
तू क्यों बहाता है आंसू
अब वो लौट के नहीं आयेगा।

तेरा मेरा साथ छूट गया है
अब मैं क्या करूं तेरी याद का,
नहीं आता मुझे प्यार करना
क्या करूं तेरी सारी झूठी बात का।

बदनाम तो हो ही गया हु
अब मुझे मर जाने दो,
देखने दो मोहब्ब्त करने का अंजाम
दुनिया वाले को डर जाने दो।

शुक्र भेजा तू चली गई
वरना और दिल दुखती,
मोहब्बत होती बड़ी ज़ालिम है
कमबख्त ज़िंदगी भर रुलाती।

मुझे प्यार एक तजुर्बा दे गया
कोई किसी का साथ ज़िंदगी भर नहीं निभाता,
पास आता है मतलब के लिए
कोई किसी के साथ ज़िंदगी भर नहीं रह पाता।

Related Shayari:

अपने दिल की हिफाज़त करना
किसी को बीच राह में ना छोड़ना,
कोई छोड़ जाए तो जाने देना
रोकने के लिए हाथ ना जोड़ना।

दिमाग को सुकून दो
दिल खुद थम जाएगा,
कितना रोएंगी ये आंखे
एक शख़्स कितना तड़पाएगा।

मैं चल रहा था
मोहब्बत से टकरा गया,
वफाएं निभाते निभाते
बेवफो में मेरा नाम आ गया।

सुबह से नाराज़ हूं
दिल मेरा शाम तक उदास है,
उसके जाने का असर है शायद
उसकी यादें अब तक जो पास है।

Related Shayari :

बात सम्मान की आ गई थी
फिर भी मैने तुम्हारा दिल नहीं दुखाया,
तुम चली गई छोड़कर
पीठ पीछे सबको मुझे बेवफा बताया।

नींद नहीं आती है रात की
मन उदास सा रहता है,
कोई होता नहीं पास
फिर भी कोई पास रहता है।

मेरे लफ़्ज़ों को समझो
ये दिल में उतर जाएंगे,
जो बेवफा खाए है ठोकर मोहब्बत में
वही प्यार को समझ पाएंगे।

Related Shayari :

मुकद्दर में नहीं जो वो नहीं मिलता
प्यार में चेहरा सबका नहीं खिलता,
तरस आता है उन लोगों पे
जिनको प्यार के बदले प्यार नहीं मिलता।

क्या कमी रह गई थी मेरे प्यार में
टूट के रह गया तेरे इंतेज़ार में,
तुमने छोड़कर मुझे अकेला कर दिया
यही सिला मिलता है सबको प्यार में।

हर शख्स उम्मीद लगाए बैठा है
प्यार के बदले प्यार चाहता है,
कैसे बताऊं मैं उन्हें
सच्चा प्यार अकेला छोड़ जाता है।

Related Shayari :

एक पन्ना जो अधूरा है
अब अधूरा रह जाएगा,
जो मेरा हुआ नहीं कभी
अब कहां मेरे पास आएगा।

तेरे बाद किसी के ख्याल नहीं आया
तू मेरी मोहब्बत को समझ नहीं पाया,
जिसके खातिर लड़ता रहा ज़िंदगी भर
दूर जाने पर उसकी आंख में एक आंसू ना आया।

अकेला था ठीक था
मोहब्बत खामखां हो गई,
काश मिलता ही ना तू
बेवजह प्यार से नफरत हो गई।

मैं अपने वजूद से लड़ता गया
तू मुझे गैर बताती गई,
मोहब्बत बहुत बेशर्म थी
हर मोड पे रुसवा कराती रही।

एक ही शख्स था प्यारा
जो मुझमें समाता गया,
पसंद आया ज़िंदगी भर
वहीं ज़िंदगी भर रुलाता गया।

Related Shayari: