Purani Dosti Shayari | पुरानी दोस्ती शायरी
Purani Dosti Shayari में पढ़ें उन पुराने दोस्तों की यादें, हंसी-ठिठोली और साथ बिताए पलों को बयां करती शायरियां। जब बचपन या स्कूल के यार याद आएं, तो ये शायरी उनके नाम करिए। शेयर करें WhatsApp, Facebook और Instagram पर, और फिर से ताज़ा करें वो पुरानी दोस्ती की मीठी यादें।
याद है पुराने दिन,
जब टिफिन एक दूसरे का खाते थे,
स्कूल टीचर से छुपकर
क्लास से बाहर खेलने निकल जाते थे।
गांव की गलियों में फिरना
बहुत याद आता है,
बचपन का पुराना दोस्त
आज भी मुझे चाय पिलाता है।
साथ बिताया हर पल
बचपन याद दिलाता है,
जब भी याद करो पुराने दोस्त
चेहरा खुद ही मुस्कुराता है।
बहुत साल निकल गए
अब मिलने को जी चाहता है,
घर से दूर पुराना दोस्त
बहुत याद आता है।
दूर जाने से
कोई भुलाया नहीं जाता है,
पूराने दोस्ती की यादों का काफिला
उमर भर सताता है।
Related Shayari :
आज मेरा पुराना दोस्त
मुझसे मिलने आया है,
आंखों में आंसू लेकर
बहुत देर तक बचपन याद दिलाया है।
Related Shayari:
आंसू दोस्ती में मत बहाना
पुरानी दोस्ती हक जताती है,
सब रिश्ते खत्म हो जाए
पुरानी दोस्ती रह जाती है।
पुराने दोस्त के साथ
जो पल बिताए थे,
गम के दिनों में
चहरे पे खुशियां लाए थे।
हर शिकवा दूर होगा
हर पल खुशी लाएंगे,
जब पुराने दोस्त दुश्मनी भूकर
एक दूसरे को गले लगाएंगे।
दोस्त की दोस्ती भुलाई नहीं जाती
जितनी पुरानी होती है गहराती है,
जब बिछड़ जाए दोस्त पुराना कोई
तो दोस्ती बहुत याद आती है।
छत पे बैठाना
हंसते हुए दिन निकल जाना,
पूरा दिन गप्पे मारना
पूराने दोस्तो की बहुत याद आना
Related Shayari:
साथ में बिताए हर पल
दोस्ती और गहराते है,
पुरानी दोस्त होती है कितनी खास
हर पल अहसास कराते है।
लम्हे खास होते जाते है
पुराने दोस्त जब पास आते है,
जिस बातों पे रोना आता है
उन बातों पे भी हँसी दे जाते है।
पुरानी दोस्ती में कुछ बात तो है
ये किसी के तोड़ने पे टूटती नहीं,
कोई कितना भी छोड़ना चाहे साथ
किसी के भड़काने से छूटती नहीं।
साथ चलकर
दोस्ती का हर लम्हा बना लिया,
बुरे वक्त में साथ देकर
पुराने दोस्त ने दोस्ती का मतलब बता दिया।
अहसान नहीं मानते हम
दोस्ती दिल से निभाते है,
दोस्ती हो जितनी पुरानी
दोस्त के साथ जश्न मनाते है।
कभी लड़े कभी मनाया
दोस्त को दिल से निभाया,
जिस दोस्त ने की दूर जाने की बात
पुरानी दोस्ती की कसम देकर गले लगाया।
छुप-छुप के मिलना
बाहर देर तक खेल के वापस आना,
बहुत याद आता है
पुरानी दोस्ती का अपना ज़माना।
नए सपने देखते
हर पल साथ बिताते थे,
अपनी दोस्ती का हर लम्हा
साथ मिलकर बनाते थे।
पुरानी दोस्ती भूली नहीं जाती
हर पल साथ रह जाती है,
हर मुश्किल में देता है दोस्त साथ
पुरानी दोस्ती की मिसालें दी जाती है।
Related Shayari : Dosti Bharosa Shayari