Sad Shayari For Boys | सैड शायरी लड़कों के लिए
Sad Shayari For Boys दिल के वो जज़्बात हैं जो बोल नहीं पाते, पर शायरी में छुपे होते हैं। ये लफ़्ज़ दर्द और तन्हाई को खूबसूरती से बयां करते हैं। तो चलिए इस दिल के सफर पर साथ चलते हैं। पढ़िए, महसूस कीजिए और शेयर करें ये खास शायरी।
एक बार तुम आना
मेरे पास बैठने,
मैं तुझे दिल के हाल सुनाऊंगा
कैसे तोड़ जाते है दिल बताऊंगा।
सपने सजाए तुम्हारे साथ
सब अधूरे रह गए है,
जो लगते थे ज़रूरी
वो ख्वाबों में खो गए है।
तन्हा गुज़र रही है ज़िंदगी
हम प्यार में दुख के आंसू पीते है,
कहते है लोग प्यार ज़ालिम होता है
हम आज भी तेरे दिए दर्द में जीते है।
कहो तो मैं दूर चला जाऊं
फिर लौट के नहीं आऊंगा,
तुम खुश हों मेरे जाने से
तो लौट के कभी नहीं आऊंगा।
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रुसवाई लिखी थी
मै कैसे मायूस ना होता,
ज़िंदगी थी कोई कहानी नहीं
जो आखिर में सब अच्छा होता।
उदास हूं फिर भी
थोड़ा मुस्कुरा लेता हु,
जनता हूं नसीब में नहीं तू
फिर भी तुझे पाना चाहता हूं।
मै उसको अच्छा नहीं लगता
उसका दिल मुझसे भर गया है,
दिल मेरा लगता नहीं कही
दिल मेरा मर गया है।
ज़िंदगी में सब खो दिया
कुछ अपना नहीं रहा,
अब ऊब गया है दिल सबसे
कुछ पाने का सपना नहीं रहा।
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हिम्मत ज़रा सी करता
तो आज वो मेरी होती,
गले लगा के करता उसे पास
कोई ख्वाहिश ना अधूरी होती।
उम्मीदें लगाना उससे बेकार था
जिसने लिए मैं ज़िंदगी भर जिया,
भरी महफिल में थोड़ा मेरा दिल
जिसे मैने अपना कहा।
ज़माना खराब है
जीने का मन नहीं करता,
दिल डरता है प्यार करने से
टूट कर तेरे हाथों से हर बार है बिखरता।
चाहा थे जिसे वो छोड़ गए है
अब सब पराए लगते है,
सुना था इश्क होता है ज़ालिम
इश्क के हाथों टूटकर भी इश्क करते है।
तेरी ना भी मंजूर थी
हम तेरी खुशी में खुश हो जाते थे,
तुझ से रुसवाई पाकर हम
तुझ से ही दिल लगाते थे।
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जिसे समझा था अपना
उसी के हाथों दिल तुड़वाया है,
जिसे कहा गया हमने अपना
उसी ने हमको गैर बताया है।
हर खयाल तुझ से जुड़ गया है
तू मेरे दिल का ज़ख्म बनता जा रहा है,
कर से रिहा मुझे दर्द से
तेरा आशिक रोज़ नए ज़ख्म खा रहा है।
उदास हो दिल
तो रो देता है,
दर्द होता है इतना
आंखों में आंसू डुबो देता है।
साथ देना ना मंजूर था
मजबूर थे तुम तो बताते,
तेरी चाहत में तड़पे इतना हम
टूटे दिल से बेवफा ना कहलाते।
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ज़रा सी उम्मीद दिल तोड़ देती है
जीने की वजह खो देती है,
देती है उमर भर की दगा
रुसवाई से आंखे भिगो देती है।
तेरा साथ हमने लिया
दर्द में तुझे थाम लिया,
ख्वाब सजाए थे मेरे साथ
फिर बदनाम मुझे क्यों किया।
दर्द मेरा गहरा है
आज भी तेरा दिल पर पहरा है,
दिल को आस है तेरी आज भी
आज भी नाम तेरा ले रहा है।
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